सबकुछ जीवन को देखने के ढंग पर निर्भर है।
जीवन में कोई चीज रुकी हुई नही है, सभी चीजें गतिमान हैं। जीवन एक प्रवाह है। या तो पिछे की तरफ जाओ, या आगे की तरफ जाओ, रुकने का कोई उपाय नहीं ...
जीवन में कोई चीज रुकी हुई नही है, सभी चीजें गतिमान हैं। जीवन एक प्रवाह है। या तो पिछे की तरफ जाओ, या आगे की तरफ जाओ, रुकने का कोई उपाय नहीं ...
नेता वो होता है जिसका जनाधार हो, जो पलटी ना मारे, जिसका सार्वजनिक जीवन और चरित्र साफ हो। हमारे यहाँ हर साल-छः महीने में एक नया नेता पैदा लेत...
ऊपर जवान हैं, नीचे किसान हैं! ऊपर राफेल है जिससे भ्रष्टाचार वाली बदबू आती हैं, नीचे है ट्रैक्टर जिससे पसीने की खुशबू आती है ! ऊपर तिरंगे के ...
प्रभु श्रीराम को संप्रदायिकता के चश्मे से देखने वाले अक्सर भूल जाते हैं की उनसे बड़ा सामाजिक समसरता का उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं है। सबरी ...