राखीगढ़ी की खुदाई से लगा आरएसएस और हिंदुत्व को बड़ा झटका

हिन्दुस्तान के कई नामों में से एक नाम आर्यावर्त भी है। आर्यावर्त का शाब्दिक अर्थ पृथ्वी के एक ऐसे भूभाग से है जो आर्य लोगों से जुड़ा हो। वर्तमान में ये भूभाग सिर्फ भारत ही है जबकि आजादी से पहले का सम्पूर्ण भारतवर्ष आर्यप्रदेश के नाम से जाना जाता था। चाहे वह पाकिस्तान हो या बांग्लादेश आदि। इतिहासविदों की माने तो आर्य भारत के मूल निवासी नही थे।
इतिहासविदों की माने तो आर्य भारत के मूल निवासी नही थे।

हरियाणा के हिसार  जिले में स्थित राखीगढ़ी से मिला ४५०० वर्ष पुराना नर कंकाल 
आर्य पोलैंड से इंडोनेशिया तक रहनेवाले एक खानाबदोश समुदाय से संबंधित है जो समयकाल में भारत के उत्तरी भाग में सबसे पहले प्रवेश किये और धीरे धीरे पूर्वी और पशिमी भागों में फैले और अपने आप को विकसित किया। इसी सभयता के दो प्रमुख नगर हुए जिसके समाप्ति की कहानी बड़ी रहस्यमयी है। आजतक इतिहासविद इसके नष्ट होने में कोई एक ठोस या मान्य निष्कर्ष पर नहीं पहुँच पाए हैं यानी यूं कहें कि इतिहासकारों के मत में भिन्नता है। चाहे जो भी हो पर यह सत्य है कि रेडियोकार्बन c14 जैसी नवीन विश्लेषण-पद्धति के अनुसार सिन्धु सभ्यता (1920 के दशक में सिंधु घाटी सभ्यता पहली बार खोजी गईथी .) की सर्वमान्य तिथि ईसा से २४०० से १७०० पूर्व तक मणि जाती है जो विकसित सभ्यता थी इसकी खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने किया था. यह एक नगरिया सभ्यता थी जिसमें केवल 6 नगरों को ही बड़े नगर (मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, गणवारीवाला, धौलवीरा, रखिगढ़ी और कालीबंगन ) की संज्ञा दी गयी है . पर इन प्रमुख नगरों  में से मोहनजोदड़ो और हड़प्पा ही ज्यादा लोकप्रिय हो पाए और लोगों को सिर्फ इन दो नगरों का ही नाम याद रह पाया बाकि इतिहास के पन्नों में खोते नज़र आये. जो अब सिर्फ किताबों में पढ़ने को मिलती है बाकी खुदाई से प्राप्त कुछ अवशेष संग्रहालयों में संग्रहित हैं। लेकिन ये दोनों प्रमुख नगर अब सिंध के इलाके में हैं जो पाकिस्तान में स्थित है. लेकिन ज्ञात हो कि स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद हड़प्पा संस्कृति के सर्वाधिक स्थल गुजरात में खोजे गए
राजनितिक गलियारे में फंसे भारतीय किसान 

अंग्रेजी हुकूमत के समय कुछ ऐसे भारतीय ठग भी हुए जिन्होंने भारत में अंग्रेजी सत्ता को और भी मज़बूत करने का काम किया. अमिताभ बच्चन, आमिर खान  की नयी फिल्म 'ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान ' 
इसी अन्वेषण के  क्रम में अमरेन्द्रनाथ की अगुवाई में १९९७ में हरियाणा के हिसार जिले में खुदाई शुरू हुयी और पुरातत्व वैज्ञानिक अब इस निष्कर्ष पर पहुँच गए हैं की हड़पपा सभ्यता की राजधानी जिला हिसार स्थित गाँव राखीगढ़ी में स्थित थी. वैसे तो पुरातत्ववेत्ताओं ने इसकी खोज १९६३ में शुरू की थी पर भारत जैसे बडबोले देश में राजनितिक आकाओं के अकर्मण्यता ने इस खोज को ठन्डे बस्ते में डाल दिया. गौर करने वाली बात है की यहाँ से जो अवशेष मिले उनकी उम्र ५००० साल पुरानी बतायी जा रही है और विश्व विरासत कोष की मई रिपोर्ट २०१२ में इसे (राखीगढ़ी) ‘खतरे में एशिया के विरासत स्थल’ में १० स्थानों में से चिन्हित किया है.

हरियाणा के हिसार  जिले में स्थित राखीगढ़ी  का एक  दृश्य 
लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती, पुरातत्ववेत्ता तथा पुणे के डेक्कन कॉलेज के कुलपति डॉ. वसंत शिंदे की अगुआई वाली एक टीम को २०१३  में मिले ४५०० वर्ष पुराने नर-कंकाल ने राजनीती के गलियारे में एक नयी बहस को जन्म दे दिया है. आखिर ऐसी कौन सी बात है जो इस खुदायी से मिली और भारत की राजनीती में हलचल मचा सकती है. दरअसल बात यह है की, खुदाई से मिले कंकाल के डीएनए में R1a1 यानी आर्य जीन नहीं पाया गया।


‘आर11’ (R1a1) जीन क्या है ?
"आर11 , जिसे अक्सर हम "आर्य जीन'' कहते हैंके बारे में अब कहा जाता है कि यह मूलतः कांस्य युग के उन पशुपालकों का है जो मध्य एशियाई "पोंटिक स्टेपी'' (काला सागर और कैस्पियन सागर के बीच फैले घास के मैदानों में) से लगभग 4,000 साल पहले अन्य स्थानों पर चले गए. "


इसलिए, वर्तमान समय में हिन्दुत्व की राजनीती में झुलसे भारत की राजनीतिक गलियारे में यह एक विशेष सवाल है. अगर यूं कहे कि आज हिंदी-हिन्दू-हिंदुस्तान का डंका पीटनेवाले जो आर्य को ही भारत की मूल जाती में रखते हैं , बोलती बंद होनेवाली है क्योंकि जो जीन कंकाल से मिला यह जीन दक्षिण भारतीयों से मिलती-जुलती है जो अपने आप को पहले से भारत का  मूल बताते हैं .   अब देखना यह है की ऐसी संवेदनशील खोज भारत की राजनीती को किस तरफ ले जाती है ? भारत की जाती  विशेष पर मूल बहस खत्म होती है या एक उग्र रूप ले जन-जीवन को प्रभावित करती है या फिर इस खोज को राखीगढ़ी के सात टीलों में से किसी एक में  पुनः दफनाते हुए इस महत्वपूर्ण खोज को दरकिनार करती है ? भारत में कई खोजें हुयी और कागजी कार्यवाही में दफ़न  हो गयी।  इस बारगी राजनितिक निशाने पर राखीगढ़ी है ?

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