विपक्ष को कुचलने.. देश की संवैधानिक व्यवस्था को ध्वस्त करने और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने की राजनीति करनेवाली वाली कांग्रेस सरकार की नींव तब हिल गई थी जब आज के ही दिन जेपी बाबा ने "सिंहासन खाली करो की जनता आती है" का उद्घोष किया..
इतिहास की कुछ तारीखें नहीं भूली जा सकती हैं और 25 जून 1975 उनमें से एक है..जब इंदिरा गांधी ने तत्कालीन राष्ट्रपति फकरुद्दीन अली अहमद के साथ मिलकर पूरे देश भर में आपातकाल की घोषणा की।
जन-जीवन असामान्य हो गया । लोग अपने ही देश मे डर के साये में रहने लगे। लोगों को सरकार की आलोचना करने पर जेल में डाला जाने लगा। देश में चुनावों पर पाबंदी लगा दी गई। संविधान के द्वारा जनता को मिले मौलिक अधिकार समाप्त कर दिए गए।
अटल जी, आडवाणी जी सहित जनता पार्टी और जनसंघ के साथ कई अन्य पार्टी के दिग्गज नेताओं को जेल में डाल दिया गया। तब आज के प्रधानमंत्री श्री मोदीजी ने एक सिख का भेष धारण कर उस दौरान संघर्ष किया और संगठन के संदेशों का आदान-प्रदान बखूबी किया।
चार दशक बाद भी देश गांधी परिवार के इस दंश नहीं भूला है.. आप भी इतिहास के इस काले दिन का अध्ययन कर देश की मूलभूत लोकतांत्रिक संस्कार व नैतिकता के प्रति कर्तव्यनिष्ठ रहिये।
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